गाजीपुर। जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है जबकि इस बार भी पार्टी का संख्या बल जिला पंचायत में सबसे अधिक है लेकिन अंदरखाने के हालात इस बात की चुगली कर रहे हैं कि पार्टी के जिम्मेदार नेता इस प्रतिष्ठापरक चुनाव में पार्टी की लुटिया डुबाने पर आमादा हैं। अगर उनका रवैया यही रहा तो हैरानी नहीं कि चेयरमैन की कुर्सी पर लगातार ढाई दशक से चला आ रहा कब्जा टूट जाएगा और पार्टी की भद पिट कर रहेगी।
रविवार को लोहिया भवन में पार्टी की हुई अहम बैठक में तो हद ही हो गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख दयाशंकर यादव ने तो ऐलानिया कहा कि वह चेयरमैन चुनाव में पार्टी उम्मीदवार कुसुमलता यादव का कतई समर्थन नहीं करेंगे। दयाशंकर यादव की पुत्रवधू प्रियंका यादव जमानियां तृतीय सीट से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई हैं। यह बात उन्होंने पार्टी के लगभग सारे दिग्गजों की मौजूदगी में कही।
बैठक में चेयरमैन उम्मीदवार कुसुमलता यादव को विजयी बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई। इसक्रम में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी अपने 25 वर्षों का इतिहास दोहराते हुए जिला पंचायत चेयरमैन का चुनाव हर कीमत पर जीतेगी। हम किसी भी कीमत पर जिला पंचायत की कुर्सी पर सांप्रदायिक एवं पूंजीवादी ताकतों को बैठने नहीं देंगे।
इस मौके पर भारत निर्वाचन आयोग की ओर से चल रहे मतदाता सूची पुनर्रीक्षण कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की सहभागिता पर जोर दिया गया। जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची में नाम बढ़ाने के कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील करते हुए कहा कि यह संगठन का महत्वपूर्ण काम है। इसमें कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि मतदाता सूची पुनर्रीक्षण कार्यक्रम में सभी जिम्मेदार नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को गंभीरता से इस काम में लगना होगा। 15 दिन के अंदर शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट भी भेजी जाएगी। जिलाध्यक्ष ने सांगठनिक समीक्षा करते हुए कहा कि संगठन की अधूरी पड़ी इकाइयों के गठन का काम जल्द पूरा किया जाए।
बैठक में विधायक द्वय डॉ बीरेंद्र यादव तथा सुभाष पासी, पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, पूर्व विधायक द्वय कालीचरण राजभर तथा विजय कुमार, राजेश राय पप्पू, हैदर अली टाइगर, सुदर्शन यादव, डॉ. नन्हकू यादव, मुन्नन यादव, विजय यादव, मुकेश यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, दिनेश यादव, आमिर अली, आशा यादव, विभा पटेल, तहसीन अहमद, भानु यादव, अनिल यादव, कमलेश यादव, अनिल यादव, हरिनारायण यादव, अहमर जमाल, संजय सिंह, प्रदीप राजभर, रणजीत यादव, आशूं दुबे, अतीक अहमद राइनी, अमित सिंह लालू, अमित ठाकुर, विजय शंकर चौरसिया, चंद्रिका यादव, देवचंद आजाद, गरीब राम, रामलाल प्रजापति, रीता विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे। संचालन जिला उपाध्यक्ष कन्हैया लाल विश्वकर्मा ने किया।
…पर न अनुशासनहीनता न बगावतः रामधारी
पूर्व ब्लॉक प्रमुख दयाशंकर यादव के ‘बगावती स्वर’ पर बैठक में कोई फौरी प्रतिक्रिया नहीं आई। अलबत्ता बाद में ‘आजकल समाचार’ ने जिलाध्यक्ष रामधारी यादव से जरूर चर्चा की। उन्होंने साफ कहा कि दयाशंकर यादव का वह कथन न बगावती था और न अनुशासन की ही श्रेणी में आता है। कहे कि पार्टी में डिक्टेरशिप नहीं है। पार्टी के हर किसी को पार्टी फोरम पर अपनी बात कहने का हक है। रही बात दयाशंकर यादव की तो उन्होंने क्षमा मांगते हुए अपनी वह बात वापस भी ले ली थी।
बसपा छोड़ आए नेताओं का स्वागत
बसपा के बहादुरगंज नगर अध्यक्ष अख्तर हुसैन के नेतृत्व में फिरोज खां बबलू खां, फैजान अहमद, आरिफ खान, सनाउल्ला खां, उमेश जायसवाल और राजू खां ने सपा की सदस्यता ली। बैठक में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने उनका माल्यार्पण कर स्वागत किया।