गाजीपुर। जमानियां कोतवाली के पाह सैय्यदराजा गांव में पूर्व प्रधान लीलावती राय के दरवाजे पर चढ़ कर दबंग युवकों ने उनके जेठ रिटायर दारोगा कैलाश पति राय (70) तथा भतीजा उमेश राय को घायल कर दिया। उसके बाद हमलावर ईंट-पत्थर चलाते हुए भाग गए। घटना बुधवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे के बीच की है। इस घटना को लेकर गांव में दहशत की स्थिति है। इस मामले में इलाकाई पुलिस की भूमिका एक पक्षीय बताई जा रही है।
पूर्व ग्राम प्रधान लीलावती राय के परिवारीजनों के अनुसार गांव के दबंग युवक गौरव यादव उर्फ चीलगम और उसके साथी एक युवक को सड़क पर मारने के लिए दौड़े। वह बचने के लिए भाग कर लीलावती राय के दरवाजे पर आ गया। पीछा करते हुए चिलगम तथा उसके साथी भी आ गए। तब वह युवक लीलावती राय के घर में चला गया। दबंग युवक भी वहां पहुंच गए। युवक घर की छत पर जाकर किसी तरह उन दबंगों की नजरों से बच गया। उसी बीच दरवाजे पर मौजूद लीलावती राय के जेठ कैलाश पति राय ने इस तरह घर में घुसने पर उन दबंगों को टोका। तो वह लाठी मारकर उनका सिर फोड़ दिए। दबंगों के चंगुल से बचाने के लिए कैलाशपति के बेटे उमेश राय आगे बढ़े तो दबंगों ने उन पर लाठी-डंडे और लात-घूंसे बरसा दिए। उसके बाद वापसी में टेरर बनाने के लिए लीलावती राय के दरवाजे पर ईंट-पत्थर बरसाए।
…और दो दिन पहले चली थीं गोलियां
पाह सैय्यदराजा की पूर्व प्रधान लीलावती राय के दरवाजे पर चढ़ कर उनके रिटायर दारोगा जेठ तथा भतीजे पर हमले की घटना को बीते सोमवार की हुई घटना की प्रतिक्रिया बताई जा रही है। उस घटना की शुरुआत सुहवल थाने के ढढ़नी गांव से हुई थी। पाह सैय्यदराजा से ढढ़नी बारात गई थी। बारात में लीलावती राय के पुत्र अवधेश राय बबलू तथा पौत्र भी गए थे। उनके अलावा विरोधी पक्ष के लोग भी गांव के नवनिर्वाचित प्रधान बिगन कुशवाहा को लेकर गए थे। वहां बाइक आगे-पीछे करने के विवाद पर लीलावती राय के पौत्र को मारने पीटने लगे। यह सूचना पाकर अवधेश राय बबलू अपने बेटे को बचाने आए। विरोधियों की ज्यादती समझ बबलू राय के साथ और ढढ़नी के लोगों ने विरोधियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया। उनकी बुलेट बाइक पर ईंटें भी चलाए। किसी तरह विरोधी वहां से बच कर भागे। फिर प्रधान बिगन कुशवाहा सुहवल थाने पर पहुंच कर एफआईआर दर्ज कराया। उसके बाद विरोधी गांव पाह सैय्यदराजा लौटे और सड़क पर खड़े बबलू राय के ट्रक पर पथराव कर उसके शीशे वगैरह तोड़ दिए। यह सूचना पर बबलू राय मौके पर पहुंचे। चश्मदीदों के अनुसार विरोधियों ने गोली दागी। जवाब में बबलू राय के पक्ष से भी गोली दागी। कुछ देर बाद पुलिस पहुंच गई। फिर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए उस मामले में बबलू राय तथा उनके पक्ष के लोगों को नामजद करते हुए हत्या के प्रयास का केस दर्ज की। उन्हीं नामजद अभियुक्तों में से एक संजय राय के भाई को पीटने के लिए विरोधियों ने सड़क पर दौड़ाया था और पीछा करते हुए बबलू राय के घर के अंदर तक पहुंच गए थे। खुद पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज होने के बाद से बबलू राय तथा उनके साथी फरार हैं। इनकी ओर से भी विरोधियों को नामजद करते हुए पुलिस अधिकारियों को तहरीर बजरिये डाक प्रेषित की गई है। साथ ही अब दरवाजे पर चढ़ कर रिटायर दारोगा कैलाशपति राय तथा उनके बेटे पर हमले की ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई गई है।
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