गाजीपुर। सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को मरीज की मौत के बाद तीमारदारों ने तोड़फोड़ की और चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार किया। उनका आरोप था कि ऑक्सीजन के अभाव में उनकी रोगी की नाहक जान चली गई। घटना की सूचना पर सैदपुर सहित खानपुर थाने की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। एसडीएम सैदपुर विक्रम सिंह व सीओ बीएस वीर कुमार भी पहुंचे। उन्होंने किसी तरह समझा बुझाकर मामला शांत कराया। उसके बाद रोगी का शव लेकर उसके तीमारदार घर लौट गए।
देवकली के मऊपारा के रहने वाले रामलोचन यादव (60) तीन दिन पूर्व सीएचसी लाए गए थे तब चिकित्सक ने उनकी कोरोना जांच कराने को कहा, लेकिन स्वजन जांच कराने के बजाए उनको लेकर लौट गए। जब रामलोचन की हालत बिगड़ी तब दोबारा सीएचसी सैदपुर लाए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बावजूद रामलोचन के स्वजनों का कहना था बार-बार कहने के बाद भी चिकित्सकों ने उन्हें ऑक्सीजन नहीं लगाया। नतीजा उनका दम टूट गया। अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने सीएचसी में इमरजेंसी का दरवाजा तोड़ दिया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक केडी उपाध्याय, प्रकाश पांडेय संग उलझ गए। यह देख अन्य मरीज के परिजनों ने विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट की। उसी बीच मौके पर पहुंचे एसडीएम व सीओ से वह चिकित्सकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की मांग किए लेकिन जब शव के पोस्टमार्टम को कहा गया तो वह सब इसके लिए तैयार नहीं हुए और शव लेकर चले गए।
उधर सीएचसी अधीक्षक एसके सिंह ने बताया कि ऑक्सीजन उपलब्ध है और रोगी के आने के बाद ही जांच कर उसे ऑक्सीजन लगा दिया गया था। फिर और बेहतर इलाज के लिए वाराणसी ले जाने को कहा गया लेकिन ऑक्सीजन स्तर गिरने के कारण मरीज की मौत हो गई। सीएमएस ने बताया कि सारा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में दर्ज है। सीओ सैदपुर ने कहा कि अगर अस्पताल प्रशासन तहरीर देता है तो संबंधितों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी।