गिरधारी लोहार के गाजीपुर से थे गहरे ताल्लुकात, कई बार ली थी पनाह

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    गाजीपुर। लखनऊ के विभूति खंड में पुलिस मुठभेड़ में सोमवार को तड़के ढेर हुए पूर्वांचल के कुख्यात शॉर्प शूटर गिरधारी लोहार उर्फ डॉक्टर के ताल्लुकात गाजीपुर से गहरे थे। अंडरवर्ल्ड की मानी जाए तो कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद वह कुछ दिनों के लिए गाजीपुर में भी पनाह लिया था।

    बल्कि एक बड़े अखबार के न्यूज पोर्टल पर आई खबर के मुताबिक लखनऊ में बीते छह जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि और हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या करने के बाद वह गाजीपुर आया था। उसके बाद वह दिल्ली के लिए निकला था। गाजीपुर में उसका ठिकाना जखनियां इलाके में था। बहरियाबाद थाना क्षेत्र के बुढ़नपुर के रहने वाले संजय यादव का करीबी था। संजय यादव आजमगढ़ जिले के जहानागंज का ब्लाक प्रमुख है और माफिया अखंड सिंह-कुंटू सिंह गैंग का शूटर है। गिरधारी लोहार भी उसी गैंग से जुड़ गया था। अजीत सिंह की हत्या में अखंड-कुंटू नामजद हैं। लखनऊ पुलिस की विवेचना में इसकी लगभग पुष्टि भी हो गई है कि अखंड-कुंटू ने ही अजीत सिंह की हत्या कराई थी।

    वाराणसी का रहने वाला था गिरधारी

    गिरधारी लोहार वाराणसी के चोलापुर थाने के लखनपुर का रहने वाला था। वह साल 2001 में जरायम की दुनिया में था। उसके खिलाफ पहली केस लूट की दर्ज हुई थी। साल 2019 में वाराणसी की सदर तहसील में प्रॉपर्टी डीलर नितेश सिंह बबलू की हुई हत्या कर फरारी के बाद उस पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित हुआ था। शूटर गिरधारी का निशाना अचूक था। वह सुपारी लेकर हत्याकांड को अंजाम देता था। फिल्मी स्टाइल में दोनों हाथों से फायरिंग करने में माहिर था। अंडरवर्ल्ड में उसका नाम डॉक्टर इस लिए पड़ा था कि वह अपने टारगेट के अंग के उस हिस्से में गोली मारता था, जहां गोली लगने पर उसकी मौत तत्काल सुनिश्चित होती।

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