भांवरकोल (गाजीपुर)। एक रोजगार सेवक को रिश्वत मांगना इतना महंगा साबित हुआ है कि न सिर्फ उसके जेल जाने बल्कि उसकी नौकरी जाने की भी नौबत आ गई है। मामला लोचाइन ग्राम पंचायत का है।
रोजगार सेवक वीरबहादुर का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उसमें वह प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी अकलिया देवी पत्नी फतिगन राम के बेटे गुड्डू से वह योजना की पहली किश्त के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगते सुनाई पड़ रहा है। वायरल हुए उस ऑडियो की शिकायत डीएम एमपी सिंह तक पहुंची। उन्होंने इसे संज्ञान में लिया और इसकी जांच कर कार्रवाई के लिए बीडीओ धर्मेंद्र कुमार मौर्य को आदेशित किया। जांच में ऑडियो की सत्यता की पुष्टि के बाद रोजगार सेवक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुई है और अब उसकी सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की तैयारी है।