बिहार के कैमूर का अपहृत बालक दूसरे दिन गाजीपुर के वीरपुर गांव में बरामद, आठ लाख फिरौती की थी मांग

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    गाजीपुर। बिहार के कैमूर जिले से अपहृत बालक प्रियांशु पांडेय (13) दूसरे दिन गुरुवार की रात थाना भांवरकोल के वीरपुर गांव से बरामद हो गया। यह कामयाबी कैमूर और भांवरकोल पुलिस की साझी कार्रवाई में मिली। मौके पर मुख्य अपहर्ता दबोचा भी गया। अपहरण के बाद बालक के परिवार वालों से फोन पर आठ लाख रुपये की फिरौती भी मांगी गई थी। बालक कैमूर जिले के रामगढ़ थानांतर्गत कनपुरा गांव का बताया गया है। उसके पिता अशोक पांडेय ज्योतिषाचार्य हैं। अपहरण के बाद प्रियांशु को मुख्य अपहर्ता विश्वामित्र तिवारी अपने घर वीरपुर में रखा था। कैमूर पुलिस उसे और प्रियांशु को अपने साथ ले गई।

    अपहरण की वारदात को गुरुवार की देर शाम करीब सात बजे उसके घर के पास से ही किया गया। बाइक सवार अपहर्ता उसके पास पहुंचे और किराने की दुकान का रास्ता पूछे। उसी बहाने प्रियांशु को अपनी बाइक पर बैठा लिए और आतंकित कर उसे लेकर सीधे वीरपुर गांव चले आए।

    उधर काफी देर बाद भी प्रियांशु लौटा नहीं तो घरवाले उसकी तलाश शुरू किए लेकिन रात नौ बजे प्रियांशु के पिता के फोन पर कॉल आई। तब पता चला कि उसका अपहरण हो चुका है। फिर सुबह आठ बजे दूसरी कॉल आई। तब प्रियांशु की रिहाई के बदले आठ लाख रुपये की फिरौती की डिमांड हुई। उसी बीच अपहर्ताओं के फोन नंबर के जरिये कैमूर पुलिस उन्हें ट्रेस करना शुरू कर चुकी थी और इस तरह वह वीरपुर गांव पहुंच गई।

    इस सिलसिले में `आजकल समाचार` ने कैमूर के पुलिस कप्तान राकेश कुमार को फोन लगाया। उन्होंने बताया कि इस घटना में कुल तीन लोगों की संलिप्ता सामने आई है। उनमें एक गाजीपुर (यूपी) के विश्वामित्र तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। उसके घर में ही अपहृत बालक को रखा गया था। शेष दो अपहर्ताओं की भी पहचान हो गई है। शीघ्र ही वह दोनों गिरफ्त में होंगे।

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