‘रिश्वतखोर’ ग्राम प्रधान पर एफआईआर, टोडरपुर खुद पहुंच गए प्रभारी मंत्री

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    बाराचवर (गाजीपुर)। टोडरपुर के ग्राम प्रधान मुन्ना राजभर की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। जहां उनकी ग्राम पंचायत के सेक्रेटरी मुकेश सिंह ने उनके विरुद्ध बरेसर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, वहीं प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल शुक्रवार की शाम अपने लाव लश्कर के साथ

    टोडरपुर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से सरकारी योजनाओं की उपलब्धता, पारदर्शिता के बाबात जानकारी ली और आश्वस्त किया कि योजनाओं में अनियमितता, घोटाला की उच्यस्तरिय जांच होगी और दोषी जेल जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के पात्रों से वसूली गई रिश्वत की राशि भी ग्राम प्रधान से वापस कराई जाएगी।

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    मालूम हो कि आवासीय, शौचालय योजना के नाम पर बेहिचक रिश्वत मांगते ग्राम प्रधान टोडरपुर मुन्ना राजभर का वीडियो वायरल हुआ। उसके बाद सरकारी महकमा हरकत में आ गया। डीएम के आदेश पर वीडीओ बाराचवर शिवांकित वर्मा जांच के लिए मौके पर पहुंच गए थे और अब खुद प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल उस वायरल वीडियो की सत्यता परखने के लिए टोडरपुर जा धमके। उन्होंने लाभार्थियों से वीडियो की सत्यता जानी।

    मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों ने प्रभारी मंत्री को बताया कि दागी ग्राम प्रधान को समाज कल्याण विभाग ने सरकार की बहुप्रचारित मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना का गाजीपुर का ब्रांड एंबेसडर भी बना दिया था। तब उसमें भी ग्राम प्रधान से ईमानदारी की अपेक्षा कैसे की जा सकती है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ी तो उस योजना की भी जांच कराई जाएगी।

    इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने साथ आए संबंधित अधिकारियों को भी झिड़कते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं में पात्रों से रिश्वतखोरी के लिए वह भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। अगर आमजन को जागरुक किया जाए तो ऐसी शिकायतों की गुंजाइश नहीं बनेगी।

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