गाजीपुर। सुबह उठने के बाद वह बिल्कुल सामान्य थी। दोपहर में वह अपने कमरे में गई और जब काफी देर तक उसकी आहट नहीं मिली तब परिवारीजन उसके कमरे में पहुंचे। अंदर का नजारा देख वह सन्न रह गए। छत की कुंडी के सहारे वह फांसी के फंदे पर लटक रही थी। उसका शरीर ठंडा पड़ चुका था।
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मामला सैदपुर नगर के वार्ड 12 में गुरुवार की दोपहर का है। महिला का नाम नीतू सोनकर (35) था। नीतू की पहली शादी वाराणसी में हुई थी। वह मानसिक रूप से बीमार थी। उसके चलते पति ने उसे छोड़ दिया था। फिर दूसरी शादी बिहार के सासाराम में हुई थी। वह शादी भी ज्यादा दिन नहीं चली। दोबारा मायके लौट आई। दोनों शादी से उसे कोई संतान नहीं हुई थी।
यह भी परिवार का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि करीब डेढ़ साल पूर्व उसकी छोटी बहन नंदिनी भी घर के उसी कमरे में और छत की उसी कुंडी के सहारे फांसी लगा ली थी। छोटी बहन की घटना से नीतू मानसिक रूप से और व्यथित हो गई थी। परिवार वाले पुलिस को सूचना दिए बगैर उसका अंतिम संस्कार कर दिए।