गाजीपुर। सैदपुर कोतवाली के बहुचर्चित देवचंदपुर कांड का मोस्ट वांटेड कुख्यात कर्मवीर उर्फ सन्नी सिंह अपने शॉर्प शूटर आनंद उर्फ ढोलक सिंह संग कोर्ट में सरेंडर की जुगत में लगा है।
खबर है कि मंगलवार को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंचने की तैयारी थी। शायद इसकी भनक पुलिस को भी लग गई थी। सिविल ड्रेस में पुलिस के जवान कोर्ट जाने वाले रास्तों पर पैनी नजर रखे थे लेकिन कोर्ट बंद होने तक सन्नी और उसके शॉर्प शूटर की झलक नहीं मिली। खबर है कि उसके वकील जरूरी कागजात तैयार नहीं कर पाए थे। इसकी वजह से संभव हो कि सन्नी ने अपने सरेंडर की योजना टाल दी हो।
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उधर सैदपुर पुलिस ने घटना में शामिल रहे दस अज्ञातों की घटनास्थल पेट्रोल पंप के सीसीटीवी के फुटेज से पहचान कर ली है। उनमें दो लालबहादुर उर्फ दीपक सिंह निवासी नारीपचदेवरा तथा अमन कुमार उर्फ सूरज पांडेय देवापार झलरिया थाना सादात को शाम करीब ढाई बजे औड़िहार जंक्शन के पास से धर दबोचा गया जबकि अन्य फरार हैं। हालांकि अंडरवर्ल्ड सूत्रों का कहना है कि उनके सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि वह किस बिना पर कोर्ट में सरेंडर करें। उनमें कुछ पुराने मामले में अपनी जमानत तोड़वा कर जेल जाने की कोशिश में हैं।
मालूम हो कि सन्नी सिंह और उसका गैंग 14 अक्टूबर की रात करीब साढ़े 11 बजे देवचंदपुर स्थित पेट्रोल पंप पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसी गांव के त्रिभुवन सिंह (55) तथा उनके चचेरे भाई शिवमूरत सिंह (43) को जख्मी करने के बाद वहां रखी लाइसेंसी राइफल तथा दो बंदूक, नकदी और सोने की चेन लूट कर चलते बने थे। बाद में वाराणसी भेजे गए दोनों भाइयों में त्रिभुवन की मौत हो गई थी। इस मामले में पेट्रोल पंप के मालिक के भाई अजय पांडेय ने सन्नी सिंह तथा ढोलक सिंह को नामजद और दस अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस सन्नी सिंह तथा ढोलक के सिर पर 50 हजार रुपये का ईमाम रख दी है। इसके पोस्टर जगह-जगह चस्पा किए गए हैं। वह दोनों भी देवचंदपुर गांव के ही रहने वाले हैं। सन्नी सिंह पहले से ही सैदपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है।