यूपी बोर्डः शुरू होगा मूल्यांकन!

    126
    0

    गाजीपुर। यूपी बोर्ड की हाई स्कूल व इंटर की परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन का काम पांच मई से शुरू होगा या नहीं। इसको लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। विभाग अपने स्तर से इसकी पूरी तैयारी कर लिया है, लेकिन लॉकडाउन में मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचने में असमर्थता जता रहे हैं।

    प्रदेश सरकार के विभागीय मंत्री डॉ.दिनेश शर्मा का फरमान है कि किसी भी दशा में निश्चित तिथि से मूल्यांकन का काम शुरू किया जाए। ताकि इस माह के अंत तक रिजल्ट घोषित किया जा सके।

    विभाग उसी हिसाब से तैयारी भी कर लिया है। बकौल डीआईओएस ओपी राय, पहले से ही कुल छह मूल्यांकन केंद्र बने हैं। कोरोना से बचाव में फिजिकल डिस्टेंस का भी ख्याल रखा जाना है। इस लिहाज से मूल्यांकन केंद्रों पर हर रोज 1200 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। मूल्यांकन का काम हर रोज सुबह दस से शाम पांच बजे तक होगा।

    डीआईओएस भले मूल्यांकन फिर शुरू होने का दम भरें, लेकिन परीक्षक शायद मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचेंगे। माध्यमिक शिक्षक संघ(शर्मा गुट) के जिला मंत्री राणा प्रताप सिंह कहते हैं-लॉकडाउन में मूल्यांकन संभव नहीं है। लॉकडाउन से पहले मूल्यांकन शुरू हुआ था और दो दिन बाद ही इसे रोक दिया गया था। तब गैर जिलों के रहने वाले परीक्षक अपने घरों को लौट गए थे। अभी जबकि लॉकडाउन के चलते परिवहन सेवा बंद है। लिहाजा उनका फिलहाल लौटना मुश्किल है। बावजूद डीआईओएस मूल्यांकन फिर से शुरू होने को लेकर नाउम्मीद नहीं हैं। आजकल समाचार से बातचीत में उन्होंने कहा कि परीक्षकों से आग्रह किया गया है और मूल्यांकन में उनका अपेक्षित सहयोग मिलेगा। इस बाबत चर्चा पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री ने बताया कि कोरोना को लेकर लगभग हर क्षेत्र में वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था की गई है। तब मूल्यांकन का काम भी इस व्यवस्था के तहत होना चाहिए। वैसे भी कई दशक पूर्व यूपी बोर्ड डाक के जरिये परीक्षकों के घर कॉपी भेजकर मूल्यांकन करवाता था।

    गाजीपुर में कुल छह मूल्यांकन केंद्रों में जिला मुख्यालय स्थित राजकीय सिटी इंटर कॉलेज व राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के अलावा शिवपूजन राय इंटर कॉलेज मलसा, शहीद स्मारक इंटर कॉलेज नंदगंज, बापू इंटर कॉलेज सादात और शहीद इंटर कॉलेज मुहम्मदाबाद है। गाजीपुर में विभिन्न जिलों से करीब नौ लाख कॉपियां जांचने के लिए आई हैं। उनमें शुरू के दो दिन में करीब 30 हजार जांची भी जा चुकी हैं।

    Previous articleशराब की दुकानें खुलना गरीबों संग धोखाः ओम प्रकाश
    Next articleपूर्वांचल एक्सप्रेस वेः लॉकडाउन में निर्माण कार्य शुरू

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here