गाजीपुर। सिधौना में शुक्रवार को लबे हाइवे हुए बवाल में सपा के पूर्व एमएलसी विजय यादव सहित 30 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुई है। उनके अलावा एक हजार अज्ञात को भी अभियुक्त बनाया गया है।
एफआईआर में एसडीएम सैदपुर की सरकारी गाड़ी सहित रोडवेज व निजी बस पर पथराव कर उनके शीशी वगैरह तोड़ने, घंटों हाइवे जाम रखने, ठेले तथा खोमचे वालों को लूटने आदि का आरोप है। सिधौना पुलिस चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार सिंह की तहरीर पर यह एफआईआर खानपुर थाने में दर्ज हुई है।
मालूम हो कि बहरियाबाद थाने के वृदांवन गांव के रहने वाले फौजी अभिषेक यादव की तैनाती अरुणाचल में थी। बीते 29 मई को सरहद पर गश्त कर लौटते वक्त उनकी गाड़ी खाई में पलट गई थी। मौके पर ही दो साथी जवानों की मौत हो गई थी जबकि अभिषेक सहित तीन जवान घायल हो गए थे। इलाज के दौरान दो जून की रात आर्मी हॉस्पिटल में अभिषेक ने भी दम तोड़ दिया था। उनका पार्थिव शरीर ट्रेन से पं.दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन लाया गया और वहां से सड़क मार्ग से सिधौना लाया गया। सिधौना में गोरखा रेजिमेंट वाराणसी ने पार्थिव शरीर को साथ अभिषेक के पैतृक गांव भेजने के लिए एंबुलेंस आई जबकि अंतिम सलामी देने के लिए जवान बाइक से आए। यह देख वहां मौजूद सपाई और वृंदावन गांव के लोग भड़क गए थे। उनका कहना था कि यह दिवंगत फौजी अभिषेक के पार्थिव शरीर का अपमान है। उनके घंटों चले उपद्रव के बाद गोरखा रेजिमेंट से फूल मालाओं से सजा ट्रक आया। तब उपद्रवी शांत हुए थे। फिर उस ट्रक पर पार्थिव शरीर वृंदावन ले जाया गया। उसके बाद जौहरगंज घाट पर दाह संस्कार हुआ था।
सिधौना चौकी इंचार्ज ने बताया कि एफआईआर में दिवंगत फौजी के गांव वृंदावन के लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है। अज्ञात अभियुक्तों की पहचान की जा रही है। पथराव की चपेट में आए वाहनों की क्षतिपूर्ति भी अभियुक्तों से वसूली जाएगी। इसके लिए रोडवेज से भी आकलन मंगा लिया गया है। उपद्रव के वक्त बगल में स्थित जिला पंचायत का गेस्ट हाउस उपद्रवियों का केंद्र बन गया था। हालात काबू करने की कोशिश में पुलिस उस गेस्ट हाउस में ताला जड़ दी थी।
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