गाजीपुर। भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बहुप्रतीक्षित सूची गुरुवार को जारी हो गई। इस सूची में गाजीपुर के चार लोगों को जगह मिली है। जाहिर है कि इसी कार्यसमिति पर हालिया होने जा रहे पंचायत चुनाव और अगले साल विधानसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत दर्ज कराने की जिम्मेदारी होगी।
खास यह कि इस बार की सूची में गाजीपुर के लिए अगड़ों और पिछड़ों में संतुलन बनाने की कोशिश की गई है लेकिन पिछड़ों में किसी राजभर व चौहान की जगह पार्टी ने बिंद तथा यादव बिरादरी को तवज्जो दी है। बल्कि गाजीपुर से प्रदेश कार्यसमिति में पहली बार यादव बिरादरी को मौका दिया गया है।
इस बार की सूची में गाजीपुर के कुल चार नेता शामिल किए गए हैं। इनमें पू्र्व एमएलसी बाबूलाल बलवंत, कृष्णबिहारी राय, रामतेज पांडेय तथा शोभनाथ यादव हैं जबकि पिछली कार्यसमिति में प्रभुनाथ चौहान, बृजेंद्र राय, सुनील सिंह, पशुपतिनाथ राय, संजय राय तथा मुराहू राजभर थे।
जहां तक प्रभुनाथ चौहान की बात है तो बीते दिनों एमएलसी चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाखुश होकर वह पार्टी से मिले सभी जिम्मेदारी वाले पदों से इस्तीफा देकर घर बैठ चुके हैं। बृजेंद्र राय लगातार पिछली तीन कार्यसमितियों में सदस्य रहे थे। नई कार्यसमिति में मुराहू राजभर अथवा इस बिरादरी से जुड़े गाजीपुर के किसी नेता को जगह नहीं मिलना हैरान करने वाली बात है। मालूम हो कि पार्टी राजभर समाज में अपनी पैठ गहरी करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ रही है।
इधर नई कार्यसमिति में रामतेज पांडेय तथा कृष्णबिहारी राय का नाम कोई अप्रत्याशित नहीं माना जा रहा है बल्कि इन दोनोंजनों का नाम ‘एडजस्टमेंट’ से जोड़ कर देखा जा रहा है। रामतेज पांडेय पिछली प्रदेश कार्यसमिति में मंत्री थे। उम्मीद की जा रही थी कि उनकी नई प्रदेश कार्यसमिति में तरक्की होगी। इसी तरह कृष्णबिहारी राय भी काशी क्षेत्र की कार्यसमिति में उपाध्यक्ष थे। उस हिसाब से कयास लगाया जा रहा था कि इन्हें भी प्रमोशन देकर प्रदेश कार्यसमिति के पदाधिकारियों की सूची में जगह जरूर मिलेगी।
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