गाजीपुर। सरकार ने मनरेगा मजदूरों को और एक सौगात दी है। मजदूर अपने भूखंड में वृक्ष लगाएंगे और उसका फल भी खाएंगे। पौधे लगाने से लेकर उसे वृक्ष बनाने तक का खर्च मनरेगा से मिलेगा।
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इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और मुख्यमंत्री फल उद्यान योजना शुरू हुई है। जिला उद्यान अधिकारी सत्येंद्र दूबे ने बताया कि गाजीपुर के सभी 16 ब्लाकों के मनरेगा मजदूर लाभान्वित होंगे। इच्छुक मनरेगा मजदूरों से आवेदन लिए जा रहे हैं। अब तक विभाग को करीब 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल में पौधे लगाने के आवेदन मिल चुके हैं। आवेदन करने के वही हकदार होंगे जो मनरेगा के कार्डधारक होंगे और लघु-सीमांत किसान के दायरे में आते होंगे। जिला उद्यान अधिकारी ने स्पष्ट किया कि आवेदन की कोई समय सीमा नहीं है। कोशिश है कि एक ही जगह योजना के पात्र किसानो के भूखंडों को मिलाकर 10-15 हेक्टेयर का कलस्टर बन जाए और उसमे पौधे लगाए जाएं। रेवतीपुर ब्लाक के डेढ़गांवा में 15 हेक्टेयर का कलस्टर प्रस्तावित भी हो गया है।

जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि योजना के तहत पात्र किसानो को पौधे, गड्ढे खोदने, खाद और सिचाई का खर्च दिया जाएगा। फिर पौधों को वृक्ष बनाने के लिए अगले दो साल तक रखरखाव का खर्च भी दिया जाएगा। आम, आंवला, अनार, अमरुद वगैरह के पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। श्री दूबे ने बताया कि कोरोना के चलते रोजगार के घटे अवसर को ध्यान में रख कर मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए सरकार ने यह योजना शुरू की है।